मुख्यमंत्री के चेहरे पर प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं को संशय
मप्र में चुनावी आहट के बीच बीजेपी की ओर से सीएम उम्मीदवार कौन होगा यह विषय इस समय हर इंसान की जुवां पर सिर चढ़ कर बोल रहा है। दरअसल वर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान को लंबा वक्त हो चुका है। समय के साथ प्रदेश की जनता का सीएम पद को लेकर टेस्ट भी बदल चुका है। यहां यह बात बताना भी जरुरी है कि हर वर्ग के अपने- अपने सीएम उम्मीदवार हैं। सामान्य वर्ग की और उसमें ब्राम्हणों की बात करें तो वो अगले सीएम के रुप में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को देखना चाहते हैं। क्षत्रिय समाज को देखें तो नरेन्द्र सिंह तोमर को सीएम के रुप में देखना चाहते हैं। ओबीसी वर्ग अब भी शिवराज सिंह चौहान को सीएम पद पर देखना चाहता है। आदिवासियों की बात करें तो उनमें फग्गन सिंह कुलस्ते और सुमेर सिंह सोलंकी को लेकर कानाफूसी चल रही है। प्रदेश की जनता की बात करें तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सीएम के चेहरे के रुप में देखना चाहते हैं। अब बात करते हैं बीजेपी का गढ़ माने जा रहे विंध्य की यहां की जनता मुख्य रुप से सीएम शिवराज सिंह चौहान से नाराज नजर आ रही है। हाल ही में Mukhbirmp.com के संवाददाता संवाददाता ने विंध्य की नब्ज टटोलने की कोशिश की जिसमें चौकांने वाले तत्थ्य सामने आए हैं विंध्य की जनता खुले तौर पर सीएम शिवराज का विरोध करती नजर आ रही है। मूल बात यह है कि विंध्य का सवर्ण वर्ग किसी भी सूरत में शिवराज जी को सीएम के चेहरे पर नहीं देखना चाहती है। अब विंध्य की जनता सीएम के चेहरे पर किसको पसंद करती है उसकी भी जानकारी बताते हैं विंध्य में डॉ. नरोत्तम मिश्रा को लेकर खासा क्रेज देखने को मिल रहा है। दरअसल Mukhbir के संवाददाता ने अलग-अलग कैटेगिरी में विंध्य की जनता से बात की जिसमें यह तत्थ्य निकल कर सामने आया कि डॉ. नरोत्तम मिश्रा जैसे ब्यक्तित्व को भाजपा में ब्राम्हण होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। विंध्य की जनता यह मानती है कि डॉ. नरोत्तम मिश्रा बड़े रणनीतिकार हैं 2020 में सरकार बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी बात यहीं नहीं थमती विंध्य की जनता यह मानती है कि अगर बीजेपी की ओर से डॉ. नरोत्तम मिश्रा को सीएम कैंडिडेट नहीं घोषित किया तो फिर बीजेपी के बजाय कमलनाथ ही सही। कुल मिला कर विंध्य की जनता डॉ. नरोत्तम मिश्रा को अपना नेता मानती है। अब विंध्य में डॉ. नरोत्तम मिश्रा की स्वीकार्यता की बात करते हैं क्यों है उनकी स्वीकार्यता दरअसल विंध्य में देश की सबसे बड़ी ब्राम्हणों की आबादी निवास करती है जब तक श्रीनिवास तिवारी थे तब तक ब्राम्हण वर्ग ने उन्हे अपना नेता माना लेकिन उनके स्वर्गवासी होने के बात कोई भी ब्राम्हण विधायक उनका स्थान नहीं ले पाया। डॉ. नरोत्तम मिश्रा रीवा के प्रभारी मंत्री रहे हैं और वहां की जनता से लेकर कार्यकर्ताओं के बीच उनकी खासी पैठ है विंध्य तासीर से भी डॉ. नरोत्तम मिश्रा काफी परिचित हैं उनका मेल मिलाप का जो तरीका है वही विंध्य की जनता अपने नेता में देखना चाहती है इसी लिए विंध्य की जनता सीएम के रुप में डॉ. नरोत्तम मिश्रा को देखना चाहती है।
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