माननीयों द्वारा सदन में दिए 1311 आश्वासन आज तक नहीं हुए पूरे,अधिकारियों ने बरती लापरवाही,नहीं हुई कार्रवाई

विधानसभा में चर्चा के दौरान जब विधायक मंत्रियों से सवाल के जवाब मांगते हैं तो उन्हे जवाब में आश्वासन मिलता है| ध्यानाकर्षण,शून्यकाल और बजट पर चर्चा के दौरान मोहन सरकार के मंत्रियों ने सदन में मौजूद जनता के प्रतिनिधियों,विधायकों को कमियों को पूरा करने,योजनाओं के संचालन और तरह-तरह के 1311 आश्वासन दिए हैं| लेकिन विभागों के अफसर मंत्रियों के इन आश्वासनों को लेकर किसी प्रकार की दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं| हालात ये हैं कि बजट सत्र आने वाला है और अभी तक मंत्रियों के ये आश्वासन पूरे नहीं हो पाए हैं| 42 विभागों में मंत्रियों द्वारा सदन के भीतर दिए गए 1311 आश्वासन अफसरों द्वारा रुचि नहीं लिए जाने के कारण पूरे नहीं हो पाए| मंत्रियों के आश्वासनों को पूरा नहीं करने में सबसे अधिक लापरवाही नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अफसर हैं|
लोकलेखा समिति की सिफारिशों पर कोई अमल नहीं
Mukhbirmp.com को मिली जानकारी के अनुसार लोकलेखा समिति की सिफारिशों पर भी विभागीय अफसर गंभीर नहीं हैं| ऐसी 77 सिफारिशों पर कार्यवाही नहीं की गई| वाणिज्य कर विभाग में 13 सर्वाधिक 24 सिफारिशों पर अमल नहीं किया गया| राजश्व विभाग में 13,लोकनिर्माण में 8 सिफारिशों पर अमल नहीं हुआ,शून्यकाल की 56 सूचनाओं पर भी विभागों ने कार्यवाही नहीं की| राजस्व विभाग में सर्वाधिक दस और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में छह,स्कूल शिक्षा विभाग में पांच सूचनाओं पर कोई जवाब नहीं मिला है|
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