आदिवासियों के बीच 3D मुहिम का आगाज,क्या है इस मुहिम का मतलब पढ़िए पूरी खबर मुखबिर पर

आदिवासी बाहुल क्षेत्रों में बढ़ते शराव के चलन को रोकने के लिए आदिवासी समाज अब खुद आगे आ रहा है। और यही कारण है कि आदिवासी समाज ने एक मुहिम चला कर अपने समुदाय को नशे से दूर करने की रणनीति तैयार की है। कांग्रेस नेता विक्रांत भूरिया ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में शराब को बढ़ावा दे रही है और पूरे प्रदेश में युवाओं को शराब परोसी जा रही है। ठीक उसी प्रकार से आदिवासी अंचलों में भी युवाओं को शराब परोसी जा रही है जिससे उन्हे नशे की लत लगती जा रही है। इसी लिए अब अपने युवाओं को बचाने के लिए आदिवासी समाज ने 3D मुहिम का आगाज किया है। इस मुहिम के तहत आदिवासी दहेज,दारु और डीजे का विरोध कर रहे हैं। विक्रांत भूरिया ने बताया कि शादियों में दहेज,शराब और जीजे का चलन बढा है जो समाज के लिए अभिशाप की तरह है। इसी लिए 3D अभियान चला कर दहेज,दारु और डीजे का विरोध किया जा रहा है। विक्रांत भूरिया ने यह भी कहा कि सरकार इस मुहिम में शामिल नहीं हो रही है अगर सरकार का इस मुहिम में साथ मिल जाए तो हजारों की संख्या में युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सकता है। लेकिन सरकार इस अभियान में दिलचस्पी नहीं ले रही है क्योंकि युवाओं के शराब छोड़ने से सरकार को राजश्व में नुकसान होगा लिहाजा सरकार और ज्यादा शराब को बढ़ावा देकर एमपी के रास्तों से गुजरात में भी शराब की सप्लाई कर रही है जो वहां के युवाओं के लिए भी घातक है।
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