कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के लिए एक अनार 100 बीमार जैसी कहानी,दावेदार दिल्ली तक दे रहे दस्तक
विधानसभा और लोकसभा में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब नेताओं को अपना अस्तित्व बचाने की लगी है| लिहाजा पार्टी में अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए कांग्रेस का हर कार्यकर्ता नई कार्यकारिणी में शामिल होना चाहता है| पता चला है कि कांग्रेस इसी महीने नई कार्यकारिणी घोषित करने वाली है जिसके लिए एक अनार 100 बीमार जैसी कहावत सिद्ध होती नजर आ रही है| दरअसल कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए दो पूर्व मंत्रियों ने एड़ी- चोटी का दम लगा दिया है| पहले तो वो प्रदेश के नेतृत्व के पास पहुंचे,वहां ज्यादा तबज्जो नहीं मिली तो इसके बाद दिल्ली तक दौड़ लगा दी| और एआईसीसी में अपने पुराने संपर्कों को खंगालने लगे| लेकिन वहां भी दाल नहीं गली| अब विधानसभा चुनाव हारे दोनों नेता एमपी में फिर लॉबिंग करने में जुट गए हैं| दरअसल कांग्रेस में यह कहानी सिर्फ दो पूर्व मंत्रियों की ही नहीं चोरी-चोरी चुपके-चुपके कई ऐसे पूर्व नेता और विधायक हैं तो कांग्रेस संगठन में जगह बनाने में लगे हैं क्योंकि अगले पांच साल तक जनता के बीच बने रहने के लिए उन्हे कोई बहाना चाहिए और बहाना तभी मजबूत होगा जब पार्टी की तरफ से कोई पद मिल जाए| लेकिन कांग्रेस नेताओं के लिए दिक्कत भरी यह बात है कि अब कांग्रेस जंबो कार्यकारिणी के बजाय छोटी और मजबूत कार्यकारिणी बनाने की कोशिश में जुटी है जिससे संगठन में कसावट लाई जा सके|
What's Your Reaction?