चुनाव क्या हारे कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पूछना ही बंद कर दिया,कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कुछ कार्यकर्ताओं से रोया दुखड़ा

लगातार हार का सामना कर रही मप्र कांग्रेस कमेटी में नेतृत्व परिवर्तन करके केन्द्रीय नेतृत्व को लगा कि अब सबकुछ ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं| 2023 के विधानसभा में कांग्रेस के कुछ ऐसे नेता चुनाव हार गए जो कभी चुनाव नहीं हारते थे| दिग्विजय सरकार से लेकर कमलनाथ की सरकार में भी मंत्री रहे और पार्टी में हमेशा उनकी पूछ परख होती रही लेकिन चुनाव हारते ही उन्हे कोई पूछने वाला नहीं है| कांग्रेस कार्यालय भी जाते हैं तो उन्हे वो महत्व नहीं दिया जाता है जिसके वो हक्कदार हैं| ऐसे ही एक नेता की मुलाकात Mukhbirmp.com के संवाददाता से हुई जब उनके दिल का दर्द बाहर आ गया| सरल स्वभाव,न छल न कपट ऐसे नेता जिन्हे पार्टी ने जो कहा वही किया,पद दिया तो उसका निर्वहन किया और पद नहीं मिला तो कोई अपेक्षा नहीं की| लगातार चुनाव भी जीते लेकिन एक चुनाव क्या हार गए कि जैसे पार्टी को उनकी कोई जरुरत ही नहीं है| कुछ कार्यकर्ताओँ से भी वो अपने दिल का हाल बयां करते नजर आए कि अब तो उन्हे कोई पूछता ही नहीं है| प्रदेश अध्यक्ष पहले घर आया करते थे लेकिन चुनाव हारने के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष तो दूर अन्य कोई नेता भी उनका हालचाल पूछने के लिए नहीं आता है| वो नेता थोड़ सकुचाते हुए कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी का स्तर इसी लिए तो गिर रहा है जहां नेताओं को पूछ परख नहीं होगी तो नेता आगे के लिए मेहनत केसे करेगा| जब एक वरिष्ठ नेता की जुवां से ऐसी बातें निकली तो फिर कुछ कार्यकर्ताओँ के दिल का दर्द भी बाहर आ गया और उन्होने भी कहा कि अब वो कांग्रेस कार्यालय में जाते हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे वहां पर कुछ गिने चुने लोगों के लिए ही स्थान है|
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