'नाराज कार्यकर्ताओं से 'घिरे' बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा,'मंडल अध्यक्षों’ के 'निष्पक्ष' उनाव पर उठे सवाल
मप्र भाजपा का विवाद अब सतह पर आने लगा है| अभी तक सिर्फ भूपेन्द्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत के बीच चल रहा विवाद ही जनता के सामने आ रहा था लेकिन लंबे समय बाद हुए मंडल अध्यक्षों के चुनाव में जिस प्रकार से धांधली देखने को मिली है उसके बाद अब पार्टी की हकीकत सतह पर आने लगी है| शनिवार को हजारों की संख्या में अलग-अलग जिलों से भाजपा कार्यालय पहुंचे मंडल अध्यक्ष के दावेदारों ने आरोप लगाते हुए कहा कि रायशुमारी कर मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति करने का आश्वासन दिया गया था| जबकि उसके ठीक उलट विधायकों के साथ बैठक कर मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी गई| विधायकों ने जिन नामों को सुझाया उन्ही नामों को मंडल अध्यक्ष के रुप में घोषित कर दिया गया| नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय में संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से मुलाकात की जिसके बाद उन्होने कहा कि सभी लोग अपील समिति में आवेदन कर दें| पार्टी की तरफ से उचित निर्णय लिया जाएगा| हितानंद से मिलने के बाद भाजपा के कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से भी मिलने पहुंचे जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने संगठन महामंत्री के साथ बैठक की जिसमें ज्यादा शिकायत वाले जिलों के चुनाव प्रभारियों को भी बुलाया गया था| बैठक कर उचित निर्णय लेने का फैसला लिया गया है| लेकिन जिस प्रकार से पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष को घेर कर उनके सामने शिकायतों का अंबार लगाया उससे यह साफ नजर आता है कि भाजपा में किस प्रकार से मंडल अध्यक्ष के चुनाव में निष्पक्षता देखने को मिली है|
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