मालवांचल को साधने में जुटी बीजेपी,पीएम मोदी के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता करेंगे चुनावी सभाएं
मप्र में दो चरणों का मतदान हो चुका है और दो चरण के मतदान बचे हैं जो सात और 13 मई को होने हैं| अब बांकी की बची सीटों के लिए भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच जोर आजमाइश का दौर लगातार जारी है| मालवा अंचल में आठ लोकसभा सीटें हैं जिसमें तीन सीटें आदिवासियों के लिए सुरक्षित हैं|
भाजपा का गढ़ माना जाता है मालवांचल
मालवांचल में विधानसभा की 66 सीटें हैं और इसे हमेशा से भाजपा का गढ़ माना जाता है लेकिन साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां से 29 सीटों का नुकसान हुआ था| इस दौरान आदिवासियों का झुकाव कांग्रेस की ओर देखने को मिला है| पिछले चुनाव में जय आदिवासी शक्ति संगठन (जयस) ने यहां भाजपा को काफी नुकसान पहुंचाया था| यही वजह है कि मोदी एक साथ दो लोकसभा सीटों में चुनाव प्रचार करेंगे| 2023 में भी सत्ता की राह आसान बनाने के लिए भाजपा ने मालवांचल पर ज्यादा फोकस किया था|
कांग्रेस भी मालवांचल में झोंक रही पूरी ताकत
आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के नाते कांग्रेस भी मालवांचल में अपने लिए संभावनाएं तलाश रही है और यही कारण है कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मालवांचल में दौरे कर कांग्रेस के पक्ष में वोट की अपील कर रहे हैं|वहीं भारतीय जनता पार्टी ने मोदी की गारंटी के नाम पर हर घर में संपर्क करना शुरु कर दिया है और हर घर में मोदी की राम-राम पहुंचाने के साथ भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील भी कर रहे हैं|
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