भाजपा कार्यकर्ताओं का फूट रहा 'धैर्य का बांध' आज भी सूची जारी होने की उम्मीद कम

मध्य प्रदेश भाजपा में जिला अध्यक्षों की सूची का इंतजार इतना लंबा होगा किसी कार्यकर्ता को इस बात का अहसास नहीं है। दरअसल कैडर की बात करने वाली भाजपा में इन दिनों इतना विवाद हो रहा है कि प्रबंधन सूची जारी करने की हिम्मत ही नहीं जुटा पा रहा है। शुक्रवार को पूरी उम्मीद थी कि अब आज भाजपा की सूची जारी हो जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष,प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश महामंत्री एक दूसरे के साथ बार-बार बात करते रहे लेकिन कई जिलों को लेकर इन नेताओं के बीच हल नहीं निकल पाया है। बताया जा रहा है कि सूची तैयार होने के बात करीब तीन सीटों पर कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पेंच फंसा दिया है जिसके कारण सूची को होल्ड करना पड़ा। भाजपा के वरिष्ठ नेता हर जिले में अपनी अच्छानुसार अध्यक्ष रखना चाहते हैं और संगठन अपनी चलाना चाहता है जिसके कारण पार्टी में आम सहमति नहीं बन पा रही है। बड़े नेताओं के आपसी झगड़े और निजी स्वार्थ के बीच पार्टी के अन्य कार्यकर्ता पिस रहे हैं। हर कार्यकर्ता यही कहता नजर आ रहा है कि सूची कब जारी हो रही है। जिला अध्यक्षों की सूची जारी नहीं होने के कारण प्रदेश अध्यक्ष का मामला भी लटका हुआ है। प्रदेश अध्यक्ष के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए धर्मेन्द्र प्रधान का भोपाल दौरा होना था लेकिन जिला अध्यक्षों के मामले का पटाक्षेप नहीं होने के कारण धर्मेन्द्र प्रदान के भोपाल दौरे को पीछे कर दिया गया। संगठन चाहता है कि पहले जिला अध्यक्षों के मामले का निपटारा हो जाए उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के लिए रायशुमारी शुरु हो यही कारण है कि प्रदेश अध्यक्ष का मामला भी फिलहाल ठंडे बस्ते में है। भाजपा की पूरी कोशिश है कि सभी जिलों की एक साथ सूची जारी हो चाहे समय भले लग जाए और यही कारण है कि भाजपा का संगठन लगातार आपसी समन्वय बनाने में लगा है जिससे सूची जारी होने के बाद किसी प्रकार के विवाद की स्थिति न बने।
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