कांग्रेस के 'चक्र ब्यूह' को तोड़ने के लिए सीएम यादव ने बुलाई विधायक दल की बैठक,'अभिमन्यु' को खोजने के लिए बैठक में होगा मंथन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार प्रदेश में भले जीरो टॉलरेंश की बात करती है लेकिन जब विपक्ष सवाल खड़े करती है तो अलग-अलग मंत्री एक साथ सदन में खड़े होकर पूर्व की कमलनाथ और दिग्विजय सरकार का जिक्र कर कांग्रेस को शांत करने और खुद की गलतियों पर पर्दा डालने में कामयाब हो जाती है। यही कारण है कि इस बार चार दिवसीय सदन शुरु होने से पहले ही कांग्रेस ने सरकार को सड़क में ही घेरने की रणनीति तैयार की है। सदन के बाहर अध्यक्ष जीतू पटवारी एंड टीम सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी तो वहीं सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की टीम सरकार को चारों खाने चित करने के लिए पूरा प्रयास करेगी। हांलाकि यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस ने सदन के बाहर और अंदर दोनों तरफ सरकार के घेराबंदी की कोशिश की है इससे पहले भी कांग्रेस के नेता इस प्रकार के प्रदर्शन करते रहे हैं। पहले दिन और दूसरे दिन तो कांग्रेस नेताओं में जोश दिखता है लेकिन तीसरे दिन कांग्रेस के नेता मुद्दा बिहीन होकर खुद ही अपने पैर पीछे खींच लेते हैं। और विधानसभा पूरी तरह से नीरस हो जाती है जिसके कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित करनी पड़ती। कांग्रेस के सभी प्रकार के आरोपों का करारा जवाब देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को सीएम हाउस में भाजपा विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है। इसके पहले ही सरकार की तरफ से सभी मंत्रियों को साफ कहा गया है कि वो अपने-अपने विभागों का पूरी तरह होमवर्क करके आएं और विपक्ष को करारा जवाब देने के लिए तैयार रहें।
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