संघ प्रमुख से सीएम शिवराज की मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल की बैठक का राज क्या है?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अचानक संघ मुख्यालय तलब किया गया उसके बाद 19 फरवरी को सभी मंत्रियों को आनन-फानन में भोपाल बुलाया गया है। जबकि इस वक्त प्रदेश भर में सरकार की विकास यात्रा चल रही है फिर ऐसी क्या आवश्यकता आन पड़ी कि सभी मंत्रियों को भोपाल आने के लिए कहा गया है
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अचानक संघ मुख्यालय तलब किया गया उसके बाद 19 फरवरी को सभी मंत्रियों को आनन-फानन में भोपाल बुलाया गया है। जबकि इस वक्त प्रदेश भर में सरकार की विकास यात्रा चल रही है फिर ऐसी क्या आवश्यकता आन पड़ी कि सभी मंत्रियों को भोपाल आने के लिए कहा गया है।
Mukhbirmp.com को मिली जानकारी के मुताबिक संघ एमपी की राजनीति पर करीबी से नजर रखे हुए है। इतना ही नहीं संघ एक-एक सीट का गुप्त रूप से सर्वे भी करवा रहा है जिसमें बीजेपी के विधायक और मंत्रियों की स्थिति चिंताजनक है। बात उस वक्त और गंभीर हो गई जब संघ के पास वो रिपोर्ट भी पहुंची जिसमें मंत्रियों और विधायकों को जगह-जगह विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं संघ के पास इस बात की भी रिपोर्ट पहुंची है कि प्रदेश सरकार के मंत्रियों के बीच और विधायकों के बीच आपसी समन्वय ठीक नहीं है।
इस बात का उल्लेख दिल्ली में एमपी भवन के उद्घाटन के दौरान राष्ट्रीय सह सचिव शिवप्रकाश की बैठक में भी किया गया था। अब संघ प्रमुख के साथ सीएम शिवराज की बैठक के बाद स्थितियां स्पष्ट हुई हैं। इस बैठक में सभी मंत्रियों को अपना रिपोर्ट कार्ड भी लाने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट कार्ड जिस मंत्री का ठीक नहीं निकला तो उसे मंत्रिमंडल के बाहर का भी रास्ता दिखाया जा सकता है। अब चुनाव के लिए महज कुछ महीनों का वक्त बचा है। लिहाजा संघ 2018 की गलतियों को नहीं दोहराना चाहता है। यही कारण है कि संघ की ओर से सीएम शिवराज को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि आप सभी मंत्रियों के साथ बैठक कर आखिरी बार उनकी मनह स्थिति को समझें और उन्हे समझाएं ऐसा नहीं होता है तो ठीक गुजरात की तर्ज पर पूरा मंत्रिमंडल बदल दें।
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