आदर्श ग्रामों के विकास के लिए पंचायतों को प्रोत्साहित करने का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिया निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद, सामाजिक संगठनों के सहयोग से आदर्श ग्रामों के विकास, कृषि, पशुपालन, पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में नवीन प्रकल्पों को क्रियान्वित करें। अंतर्राज्यीय परियोजनाओं के प्रदेश के संबंधित क्षेत्र में आमजन के बीच जागरूकता के निर्माण और आदर्श ग्रामों के विकास के कार्य भी प्राथमिकता से किए जाएं। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने सोमवार मंत्रालय में परिषद के शासी निकाय की बैठक में गतिविधियों की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि परिषद द्वारा अब तक संचालित गतिविधियां सराहनीय हैं। परिषद द्वारा आदर्श ग्रामों के विकास के लिए पंचायतों को प्रोत्साहित करने का कार्य निरंतर किया जाए। हैरीटेज एवं रूरल टूरिज्म के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने और ग्रामों में जन सहयोग जुटाने का कार्य किया जाए। इसी तरह किसानों के बीच जाकर जीरो बजट पर खेती, पशुओं की नस्ल सुधार, गांव के मसले गांव में ही हल किए जाने के साथ ही, जिन ग्रामों में कोई विवाद नहीं है उन ग्राम पंचायतों को सम्मानित करने का कार्य भी करना है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि जन अभियान परिषद जन सेवा के अछूते क्षेत्रों में भी कार्य की पहल करे। उदाहरण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश की घटनाओं को देखते हुए पंचायत स्तर पर ऐसे विशेषज्ञ प्रशिक्षित किए जाएं जो सर्प की प्रजातियां पहचानने, उन्हें पकड़ने और वन क्षेत्र में उन्हें छोड़ने के दायित्व को पूरा करें। सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से जन-जागरूकता बढ़ाने का कार्य निरंतर चलना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जल-गंगा संवर्धन अभियान की तरह अन्य समाजोपयोगी अभियानों के संचालन में परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। ग्रामीणों को प्राचीन धरोहर के संरक्षण के लिए शिक्षित एवं जागरूक बनाने का कार्य भी रचनात्मक प्रयासों में शामिल हो। बैठक में परिषद की ओर से सम्पन्न गतिविधियों की जानकारी प्रजेंटेशन द्वारा दी गई।
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