कांग्रेस को प्रदेश में एक भी सीट नसीब नहीं हुई और उसके नेता इस बात से खुश हैं कि बीजेपी 240 सीटों में सिमट गई
दूसरों के घर में धुआं उड़ता देख खुद के घर में लगी आग भूले कांग्रेसी | जी हां यह सच्चाई है कांग्रेस के नेताओं की| दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने पीएम मोदी के चेहरे पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था| एनडीए को तो पूर्ण बहुमत मिला लेकिन भारतीय जनता पार्टी इस बार के लोकसभा चुनाव में 240 सीटों पर ही सिमट कर रह गई| इस बात से कांग्रेस के नेता बड़े खुश हैं कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मोदी का चार्म खत्म हो रहा है और यही कारण है कि इस बार बीजेपी साल 2019 के परिणाम को नहीं दोहरा पाई| गौरतलब है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अकेले दम पर 303 सीटें हासिल की थी जिसके कारण बड़े फैसले करने में मोदी सरकार सक्षम थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाया और बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें पीछे रह गई बीजेपी| बीजेपी के पिछड़ने से कांग्रेसी खेमे में खुशी की लहर है| कांग्रेस के नेताओं को इस बात का पछतावा नहीं है कि वो एमपी में एक भी सीट जीतने में नाकाम रहे बल्कि वो इस बात से खुश हैं और अपनी पीछ थपथपा रहे हैं कि बीजेपी 272 के आंकड़े को पार नहीं कर पाई| कांग्रेस में बैठे कुछ लोग इस बात के कयास लगा रहे हैं कि अब तो मध्यवधि चुनाव होना तय है| जो सरकार अभी तक नहीं बनी उस सरकार के गिरने की कल्पना अभी से कांग्रेस के नेता करने लगे हैं| बात यहीं खत्म नहीं होती कांग्रेस में एक ऐसा ग्रुप भी सक्रिय है जो शिवराज सिंह चौहान को देश का अगला प्रधानमंत्री बना रहा है| कांग्रेस के नेता पूरी तरह से कल्पना के सागर में गोते लगाते नजर आ रहे हैं और अपने मिया मिट्ठू बन कर ही खुश भी हो रहे हैं|
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