जलती आग' में हाथ सेंक रही कांग्रेस,भीगी लकड़ी में फूंक मार-मार कर आग को भड़काने में जुटे कांग्रेस नेता
मप्र की सियासत इस समय अलग ही करवट बदल रही है। भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी मंडल अध्यक्षों के चुनाव में ब्यस्त हैं और कांग्रेस पार्टी के नेता भाजपा की गीली लकड़ी में फूंक मारने में ब्यस्त हैं। दरअसल जिस प्रकार से भाजपा में कांग्रेसी कल्चर आया है उसका फायदा अब कांग्रेस के नेता उठाने की कोशिश कर रहे है। किसी हद तक कांग्रेस अपने मनसूबों में कामयाब भी हो चुकी है। और अगर कामयाब नहीं हुई होती तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को सार्वजनिक रुप से ये नहीं कहना पड़ता कि कांग्रेस वाले भाजपा कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति पैदा करना चाहते हैं सभी कार्यकर्ताओं को एक जुट रहने की जरुरत है। किसी जमाने में कैडरवेस पार्टी का तमगा लेकर चलने वाली भाजपा में आज कोई भी नेता कुछ भी बयान देने के लिए फ्री है। जबकि भाजपा में पार्टी लाइन से बोलने वालों के खिराफ सख्त कार्रवाई हुआ करती थी। लेकिन भाजपा को साल 2020 में सत्ता के साथ कांग्रेस से दहेज में मिले नेताओं को संभालने में अब काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जीजा जी को भाजपा मनाती है तो फुफाजी नाराज हो जाते हैं। कुछ ऐसी ही हालत भाजपा में देखने को मिल रही है। कांग्रेस से आए नेताओं को भाजपा के मूल कार्यकर्ता आज तक अपना नही पाए हैं इसकी बानगी हाल ही में विजयपुर उप चुनाव में देखने को मिली जहां कांग्रेस से आए वरिष्ठ नेता रामनिवास रावत को करारी हार का सामना करना पड़ा है। वहीं बुंदेलखंड अंचल में मूल भाजपा V/S कांग्रेस युद्ध पूरे शबाब पर चल रहा है जिसकी लपटें अब सिर्फ भोपाल तक नहीं आ रहीं बल्कि दिल्ली तक पहुंच रही हैं। Mukhbirmp.com को मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस में एक ठोस रणनीति के तहत भाजपा नेताओं पर हमला किया जा रहा है। उन्ही नही नेताओं कुछ टारगेट किया जा रहा है जो कांग्रेस से भाजपा में आए हैं उन्हे यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि आप 'सौतेली अम्मा' के बेटे हो और आपका भविष्य भाजपा में सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस द्वारा चली जा रही इस चाल का भाजपा के पास कोई जवाब भी नहीं है इसी लिए भाजपा खुद के बनाए जाल में उलझती जा रही है।
What's Your Reaction?