संगठन में बदलाव की ओर बढ़ी कांग्रेस,युवाओं को ज्यादा जिम्मेदारी देने की तैयारी,50 वर्ष की आयु से कम के चेहरों को मौका देने की योजना
विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बिना कार्यकारिणी के ही चुनाव लड़ा| लेकिन कांग्रेस नेताओं का यह मानना है कि पलायन के दौर में भी पार्टी ने एकजुट होकर जिस प्रकार से चुनाव लड़ा वो अपने आप में एक बड़ा उदाहरण है| अब पता चला है कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी नई कार्यकारिणी के गठन में जुट गए हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि इस नई कार्यकारिणी में वो युवाओँ को मौका देना चाहते हैं| जिसके तहते उन्होने 50 वर्ष की आयु सीमा तय की है| युवा कांग्रेस,महिला कांग्रेस और अन्य विभागों के साथ प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों को मुख्य संगठन में लेने के साथ ही अन्य प्रकोष्ठों को नया रुप दिया जाएगा| लोकसभा चुनाव परिणाम आने के डेढ़ महीने के अंदर संगठन को पूरी तरह से बदलने की तैयारी है| इसमें जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा| गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश अध्यक्ष के रुप में जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष के रुप में उमंग सिंघार को मौका देकर कांग्रेस ने पहले ही पीढ़ी परिवर्तन का इशारा कर दिया था| Mukhbirmp.com को मिली जानकारी के अनुसार पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने केन्द्रीय संगठन को 64 नाम भी प्रस्तावित किया है| लोकसभा चुनाव के कारण अभी तक इस मामले में केन्द्रीय संगठन की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली है| नए संगठन में युवाओँ को आगे लाया जाएगा साथ में जो पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं उन्हे अनुभव के आधार पर इस्तेमाल किया जाएगा जिससे उनके अनुभव का लाभ लेकर पार्टी के युवा चेहरे संगठन चलाने की बारीकियां सीख पाएं और कांग्रेस को एक बार फिर मजबूत करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे पाएं| पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कार्यकर्ताओं के नाम जो पत्र लिखा था उसमें भी उन्होने इस बात को लिखा था कि नए चेहरों को मौका दिया जाएगा और पुराने चेहरों के अनुभव का पूरी तरह से लाभ लिया जाएगा| जानकारी मिली है कि कांग्रेस 22 मई से जिलेवार समीक्षा करेगी और फिर नए चेहरों को मौका देने का निर्णय लिया जाएगा|
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