विधानसभा में उपाध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस ने उठाई मांग,विस अध्यक्ष को पत्र लिख कर कांग्रेस ने मांगा पद
मध्य प्रदेश विधानसभा में सरकार के गठन के एक साल बाद भी विधानसभा के उपाध्यक्ष का चयन नहीं हो पाया है| दरअसल कांग्रेस पार्टी शुरु से कहती आई है कि विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद विपक्ष के पास ही जाता है लिहाजा उपाध्यक्ष पद पर नैतिकता के आधार पर कांग्रेस का अधिकार है| कांग्रेस के इस तर्क पर को देखते हुए भाजपा की तरफ से अब तक किसी को भी विधानसभा में उपाध्यक्ष नहीं बनाया गया है| वहीं भाजपा में भी एक अनार सौ बीमार जैसी स्थिति है जो लोग मंत्री नहीं बन पाए वो सभी चाहते हैं कि कुछ नहीं तो विधानसभा का उपाध्यक्ष ही बना दिया जाए| लेकिन पार्टी के अंदर पद की खींचतान को देखते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष को लेकर फैसला नहीं हो पाया है| एक के बाद एक सत्र समाप्त होते जा रहे हैं लेकिन साल भर बाद भी विधानसभा उपाध्यक्ष का फैसला नहीं हो पाया है| अब उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिख कर कहा है कि संविधान में विधानसभा उपाध्यक्ष की परंपरा रही है जिसको अभी तक पूरा नहीं किया गया है| कटारे ने ये भी कहा है कि नियम के मुताबिक यह पद विपक्ष की पार्टी को ही दिया जाना चाहिए जिसके लिए विधानसभा अध्यक्ष को पहल करनी चाहिए|
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