रात के अंधेरे में कांग्रेस की एक और सूची जारी,राजनीतिक मामलों की बनाई समिति,दिवाली के बाद विरोध तय
मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी घोषित होने के बाद जब पार्टी में विवाद की स्थिति पनपने लगी तो अन्य नेताओं को भी पुनर्वाद की व्यवस्था तैयार की गई और आनन फानन में दूसरी सूची जारी करते हुए राजनीतिक मामलों के साथ अनुशासन समिति और लोकसभा-विधानसभा क्षेत्रों के लिए होने वाले परिसीमन के लिए भी कांग्रेस में समिति का गठन कर दिया गया है| दूसरी सूची में 84 सिचव और 36 सह-सचिव भी बनाए गए हैं| अंसतोष थामने के लिए सभी अंचलों के नेताओँ को शामिल करने का प्रयास किया गया है| राजनीतिक मामलों की समिति में राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह कोषाध्यक्ष होंगे| लेकिन दूसरी सूची जारी होते ही कांग्रेस में फिर असंतोष के स्वर मुखर होने लगे हैं| गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी का दस महीने पहले भंग की गई कार्यकारिणी के बाद जब नई कार्यकारिणी तैयार हो रही थी तब यह कहा जा रहा था कि इस बार जंबो नहीं छोटी और कसावट भरी कार्यकारिणी होगी लेकिन जब सूची जारी हुई तो पहली सूची में ही 177 लोगों के नाम शामिल कर कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी ही बात को गलत साबित कर दिया और फिर हद तो तब हो गई तब 100 से अधिक सदस्यों की सूची एक और जारी कर दी गई| सूचियों को देख साफ लग रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष डर कर पैसले ले रहे हैं| हर कार्यकर्ता को संगठन मे स्थान देने की कोशिश कर रहे हैं जिससे पार्टी में असंतोष की स्थिति न रहे| लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं ने ही इन सूचियों पर सवाल खड़े करके यह बता दिया है कि बगैर किसी की रायशुमारी के ही डर के साए में सूची को तैयार कर लिया गया है| पूर्व नेता प्रतिक्ष अजय सिंह (राहुल) और वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंट ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस की कार्यकारिणी पर सवाल खड़ा कर चुके हैं| बताया जा रहा है कि दिवाली के बाद इन दोनों सूचियों को लेकर पार्टी में बड़े स्तर पर विरोध होने की तैयारी हो रही है| अलग-अलग अंचलों के नेता और कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में जुट गए हैं|
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