प्रदेश के हर जिले में खोले जाएंगे गौ-अभ्यारण,केन्द्र सरकार को भेजा गया प्रस्ताव,15 करोड़ की लागत से तैयार होंगे अभ्यारण

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पशुधन को लेकर कितने गंभीर हैं इसकी बानगी समय-समय पर देखने को मिलती रहती है| हाल ही में सीएम हाउस में आंध्रप्रदेश से गाय मंगाई गई हैं जिसकी सेवा अक्शर मुख्यंमत्री खुद करते नजर आते हैं| सीएम हाउस में गायों के प्रवेश के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव को एक नया उपाय सूझा जिससे प्रदेश के हर उपेक्षित पशुधन को न सिर्फ उनका घर मिल सके बल्कि वो सम्मान से रह सकें| मुख्यमंत्री ने अब गायों की सुरक्षा के लिए प्रदेश के हर जिले में गौ-अभ्यारण खोलने की योजना तैयार की है| इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के प्रत्येक जिले में करीब 15 करोड़ की लागत से गौ-अभ्यारण खोलने की योजना पर काम किया जा रहा है| इस योजना को धरातल में उतारने के लिए करीब ढाई सौ करोड़ रुपये लगेंगे| पशुपालन विभाग की ओर से इस योजना का रोडमैप तैयार कर केन्द्र सरकार के पास भेजा गया है| केन्द्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद इस योजना पर युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा| मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने योजना का नाम लिए बगैर इशारों ही इशारों में इस योजना के बारे में काफी कुछ बताया भी है| मुख्यमंत्री ने कहा कि हर गांव में गौ पालन हो जो किसान दस से ऊपर मवेशी रकेगा उसको सरकार की ओर से मदद भी की जाएगी| इसके अलावा सीएम ने कहा कि दूध पर भी सरकार किसानों को बोनस देगी और किसानों का दूध भी सरकार ही खरीदेगी| इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में सरकार ऐसी योजना तैयार कर रही है जिसके तहत अच्छी-अच्छी नस्ल की बछिया को सरकार गांव के किसानों को पालने के लिए देगी और जब वो बछिया गाय के रुप में तैयार हो जाएगी तब उस बछिया को सरकार खरीद लेगी और कोई किसान अपनी बछिया नहीं बेचना चाहता है तो वो घर में उसका पालन कर सकता है और उससे अपना दूध का ब्यवसाय शुरु कर सकता है| मुख्यमंत्री का साफ कहना है कि गाय में देवताओँ का वास होता है और वो सभी के लिए पूज्यनीय है लिहाजा हर ब्यक्ति को गौ-सेवा करनी चाहिए|
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