मप्र कांग्रेस की प्रदेश कार्याकारिणी अभी तक घोषित नहीं हो पाई है| प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने नवरात्रि प्रारंभ होने के दौरान बयान देकर पार्टी के कार्यकर्ताओं को खुश करने का प्रयास किया था कि दशहरे में कार्यकारिणी घोषित कर दी जाएगी जिसके बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को बेसब्री से दशहरे का इंतजार था लेकिन उनके इंतजार में फिलहाल पानी फिरता नजर आ रहा है और पार्टी के अध्यक्ष का एक और बयान झूठा साबित हो गया है| अब तो पार्टी के कुछ पदाधिकारी यह भी कहने लगे हैं कि झूठे बयानों पर राजनीति कब तक करेंगे जीतू पटवारी| दरअसल विधानसभा चुनाव के बाद ही जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी गई थी उसके बाद प्रदेश प्रभारी और अध्यक्ष ने मिल कर कई बाय दावा किया कि वो एक ऐसी कार्यकारिणी तैयार कर रहे हैं जो युवा के साथ अनुभवी हो और सभी समाज को समायोजित करने वाली हो| लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का बयान दादी-नानी की कहानियों की तरह हो चुका है जो कभी खत्म नहीं होता है और कार्यकारिणी घोषित नहीं होती है| मजे की बात यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष कार्यकारिणी तो घोषित नहीं करा पाए लेकिन विजयपुर और बुंदनी विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवारों के चयन का नया दावा अभी से करने लगे हैं| पार्टी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अब तो साफ हो गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ जुवानी जमा खर्च करना जानते हैं उससे ज्यादा कुछ नहीं| कांग्रेस नेताओं का यह भी कहना है कि जीतू पटवारी एक एक्सिडेंटल प्रदेश अध्यक्ष बन कर रह गए हैं जिसके कारण कांग्रेस की कार्यकारिणी घोषित नहीं हो पाई है अगर वो पूर्णकालिक अध्यक्ष होते तो अब तक कार्यकारिणीं घोषित हो चुकी होती| कुल मिला कर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अब अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच ही अपना विश्वास खोते चले जा रहे हैं|