अतिथि शिक्षकों से शिक्षा मंत्री ने मांगी माफी,कुछ दिन पहले कहा था 'मेहमान हैं घर में कब्जा करेंगे क्या'
स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने यू टर्न लेते हुए अतिथि क्षिक्षकों से मांफी मांगी है। शिक्षा मंत्री ने अतिथि शिक्षकों को प्रदेश का बच्चा बताते हुए कहा कि वो हमारे अपने बच्चे हैं। और किसी भी अतिथि शिक्षक को दिक्कत हुई है तो मै उसके लिए खेद ब्यक्त करता हूं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी अतिथि शिक्षकों की चिंता राज्य सरकार कर रही है और उनके लिए सरकार काम भी कर रही है। सरकार का प्रयास है कि जो भी अतिथि शिक्षक के रुप में ज्वाइन करे वो पूरा सेशन ट्यूटी करे बीच में न छोड़े नही तो बेरोजगारी की समस्या बढ़ती है। लिहाजा सभी बच्चे अपने हैं और अच्छे से काम करें। गौरतलब है कि प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री ने अतिथि शिक्षकों के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि मेहमान हैं मेहमान की तरह रहें घर में कब्जा करने की कोशिश न करें। शिक्षा मंत्री का बयान आने के बाद इस पूरे मामले में प्रदेश भर में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी थी और अतिथि शिक्षकों ने बड़ा आंदोलन करने की तेतावनी दी थी। कांग्रेस पार्टी ने भी प्रदेश भर में आंदोलन करने का ऐलान करते हुए शिक्षकों का चरण पखारने का ऐलान कर दिया था। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जब इस मामले में पहल करते हुए कहा कि वो खुद जिम्मेदारी लेते हैं। करीब चार दिन बाद शिक्षा मंत्री ने इस मामले में मांफी मांग कर पूरे विवाद को खत्म करने का प्रयास किया है।
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