मंच की लड़ाई खत्म कर मंहगाई बेरोजगारी के खिलाफ लड़ो,पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पार्टी पदाधिकारियों को नसीहत

मध्य प्रदेश में अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस का समय ठीक नहीं चल रहा है। जिसकी बानगी किसान कांग्रेस के प्रदर्शन में देखने को मिली जब विधानसभा घेराव की योजना बना रहे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का अचानक मंच टूट गया और पार्टी के करीब दर्जन भर नेता घायल हो गए घटना के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस में अब डर का भी माहौल है। क्योंकि पार्टी में अनुशासन न होने के कारण पार्टी का हर कार्यकर्ता मंच में जाना चाहता है। यही कारण है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को खुद नसीहत देनी पड़ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'मंच की लड़ाई छोड़ो' और मंहगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ो। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस की तरफ से समय-समय पर राज्य सरकार के खिलाफ कई आंदोन और प्रदर्शन की रणनीति तैयार हुई। कुछ आंदोलन और प्रदर्शन हुए भी लेकिन बहुत से आंदोलन और प्रदर्शन पार्टी की गुटबाजी का शिकार होकर सिर्फ सुर्खियां बन कर ही समाप्त हो गए। कांग्रेस के कुछ नेता आए दिन आंदोलन की रणनीति तैयार करते हैं लेकिन वो नाकाम साबित होते हैं जनता के दिलों तक कांग्रेस के प्रदर्शन नहीं पहुंच पा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी विधानसभा के दौरान रोजाना गांधी प्रतिमा के पास एक प्रदर्शन करते हैं लेकिन उनका प्रदर्शन भी छुरछुरी की तरह ही साबित हो रहा है क्योंकि नेता प्रतिपक्ष के आंदोलन का प्रभाव न सरकार पर पड़ रहा और न ही जनता पर पड़ रहा है। कांग्रेस की लाख कोशिशों के बाद भी वो जनता के बीच मजबूती से दस्तक देने में नाकाम साबित हो रही है और यही कारण है कि अब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को यह बताना पड़ रहा है कि मंच की लड़ाई छोड़ मंहगाई,बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाओ और तब तक इन बातों का उल्लेख करते रहो जब तक जनता के मन मस्तिष्क में यह सभी बातें बैठ न जाएं।
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