शासकीय कर्मचारियों ने चुनाव में ड्यूटी की लेकिन नहीं मिला मानदेय,भटकने के लिए मजबूर कर्मचारी
प्रदेश में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है लेकिन शासकीय कर्मचारियों को अभी तक मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है| लोकसभा चुनाव के साथ-साथ कई स्थाई कर्मियों को विधानसभा और नगर निगम चुनावों के मानदेय भी नहीं दिए गए हैं| मानदेय को लेकर कर्मचारी लगातार निर्वाचन आयोग को पत्र लिख कर अपनी मांग बुलंद कर रहे हैं| मप्र तृतीय कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने बताया है कि भोपाल जिले के कई कर्मचारियों को मानदेय नहीं दिया गया है|कुछ कर्मचारियों के खाते में मानदेय आया है जबकि अधिकांश कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिला है| जानकारी के अनुसार भोपाल जिले में सात हजार से अधिक कर्मचारियों ने चुनावी ड्यूटी की थी| पहले जिस दिन चुनाव होते थे उसी दिन शाम को मानदेय का भुगतान कर दिया जाता था लेकिन अब खाते में पैसा आता है| ऐसे में अधिकांश कर्मचारियों के खाते में पैसा नहीं आया है| इसके लिए कर्मचारी संगठनों की तरफ से चुनाव आयोग को पत्र लिख कर भुगतान के लिए मांग करनी पड़ रही है| कुछ कर्मचारियों का यहां तक आरोप है कि उन्हे तीन पंचवर्षीय से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है|
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