उमंग में ‘कांग्रेस विधायक’ पटवारी से रायशुमारी किए बगैर पहुंचे सीएम हाउस रखी कई मांग,पटवारी लेते रहे प्रेसवार्ता
मप्र कांग्रेस कमेटी में युवाओं को बागडोर देकर केन्द्रीय नेतृत्व का लगा था कि अब नए युग का आगाज होगा जिसमें किसी प्रकार की गुटवाजी के लिए कोई स्थान नहीं होगा| लेकिन जीतू पटवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही पार्टी में नए खेमे पनप गए| कांग्रेस विधायकों की अलग कांग्रेस चल रही है तो वहीं जीतू पटवारी के नेतृत्व में अलग कांग्रेस चल रही है| जो विधायक हैं उन्हे संगठन से कोई सरोकार नहीं है कुछ विधायकों का यह भी कहना है कि उन्हे एक ऐसा प्रदेश अध्यक्ष मिला है जो नौ महीने में कार्यकारिणी की घोषणा नहीं कर पाया है जिससे यह समझा जा सकता है कि उनकी नेतृत्व क्षमता कैसी है| दरअसल मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल का प्रतिनिधि मंडल सीएम हाउस मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा जिसकी जानकारी पार्टी के अध्यक्ष जीतू पटवारी को नहीं थी| जीतू पटवारी अपने निवास पर लोगों के साथ गपशप करने में ब्यस्त थे और उधर कांग्रेस विधायक दल सीएम हाउस में चाय के जायके का मजा ले रहा था| सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के विधायक जब सीएम हाउस गए तो जीतू पटवारी को उसकी भनक तक नहीं थी| अपनी ही पार्टी के क्रियाकलापों से अनजान जीतू पटवारी अखवारों की कटिंग में ब्यस्त थे क्योंकि उन्हे प्रेसवार्ता लेनी थी| दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक सीएम हाउस में अपनी समस्या से सीएम को रुबरु करवा रहे थे तो पार्टी के अध्यक्ष अखवारों की कटिंग लेकर पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर रहे थे| अब सवाल इस बात का भी उठता है कि जिस खबर को न्यूज पेपरों ने पहले छाप दी उसी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष पेसवार्ता करने बैठते हैं जिसके कारण उन्हे न्यूज पेपरों ने भी स्थान देना बंद कर दिया है| कार्यकारिणी घोषित नहीं कर पाने के कारण अब वो अपने विधायकों के बीच भी अपरिहार्य होते चले जा रहे हैं| पार्टी के लोगों ने भी अपने अध्यक्ष से उम्मीदें लगानी छोड़ दी है|
What's Your Reaction?