खतरे में जीतू पटवारी की ‘सत्ता’ राहुल गांधी ने कमलनाथ के निवास पर की मुलाकात,दो उप चुनाव की हार के बाद पटवारी की विदाई तय

साल 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिलने के बाद प्रदेश अध्यक्ष बदल कर जीतू पटवारी पर भरोसा दिखाया गया था और माना जा रहा था कि युवा नेतृत्व के हाथ में कमान आने से कांग्रेस और मजबूत होगी| लेकिन पहले लोकसभा में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा फिर अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा जिससे जीतू पटवारी लगातार दो परीक्षाओं में फेल हो गए अब तीसरी परीक्षा विजयपुर और बुंदनी विधानसभा उपचुनाव के रुप में होने जा रही है| उसके पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिस प्रकार से दिल्ली स्थित कमलनाथ के निवास पर खुद जाकर मुलाकात की है उसके बाद यह माना जा सकता है कि राहुल गांधी ने 26 नवंबर के बाद की तैयारी कर ली है| मतलब साफ है कि 26 नवंबर को विधानसभा उपचुनाव के नतीजे सामने आ जाएंगे जिसमें कांग्रेस को हार मिलती है तो जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष पद से तत्काल बाहर कर दिया जाएगा| पहले से ही जीतू पटवारी प्रदेश कार्याकारिणी घोषित नहीं कर पाने के कारण कार्यकर्ताओँ के निशाने पर हैं ऊपर से लगातार चुनावों में मिल रही हार के कारण अब कांग्रेस का केन्द्रीय नेतृत्व भी जीतू पटवारी से नाराज हो गया है| कमलनाथ और राहुल गांधी के बीच हुई मुलाकात से यह समझा जा रहा है कि कमलनाथ को बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है| क्योंकि जिस प्रकार से कमलनाथ को कांग्रेस के संगठन को मजबूत करने का प्रयास किया था उस प्रकार से जीतू पटवारी अब तक कार्यकर्ताओं को संगठित करने में नाकाम रहे हैं| कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उन्हे उस दिन का इंतजार है कि जब पार्टी का अध्यक्ष बदला जाएगा और एक सही ब्यक्ति को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा क्योंकि जीतू पटवारी से जिस प्रकार से उम्मीद की जा रही थी उसमें वो नाकाम साबित हुए हैं|
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