बागियों की भाजपा में नो इंट्री,पार्टी हाईकमान ने सभी मंडल अध्यक्षों को दिए निर्देश,लोकसभा और विधानसभा में बगावत करने वाले नहीं बनेंगे भाजपा के सदस्य
भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्यता अभियान शुरु हो चुका है लेकिन इस बीच लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं के लिए बुरी खबर है| दरअसल भाजपा के कई ऐसे नेता हैं जिन्होने पहले विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ बगावत की थी| कोई खुद चुनाव लड़ा था तो किसी ने कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए लॉबिंग करने का काम किया था ऐसे भाजपा नेताओं को अब पार्टी में स्थान नहीं दिया जाएगा| पार्टी हाई कमान ने इसके लिए बकायदा मंडल और जिला अध्यक्षों को आदेश जारी किया है| भाजपा नेताओं का साफ कहना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता भले भाजपा में आ जाएं लेकिन भाजपा में रह कर जिन नेताओं ने पार्टी से बगावत की है ऐसे नेताओं को पार्टी में बर्दास्त नहीं किया जाएगा| ऐसे नेताओं में पूर्व विधायक भी शामिल हैं| भारतीय जनता पार्टी ने अपने मंडल और जिला अध्यक्षों को निर्देश दिया है कि जिन बागी नेताओं ने डिजिटल सदस्यता ले ली है तो उनको निरस्त कर दिया जाए| अनुशासनहीनता के मामले जिन नेताओं के खिलाफ हैं उनको पार्टी का सक्रिय सदस्य नहीं बनाना है| ऐसे नेताओं में चाचौड़ा से पूर्व विधायक ममता मीड़ा,रसाल सिंह,नारायण त्रिपाठी,दीपक जोशी,गिरिजाशंकर शर्मा,वीरेन्द्र रघुवंशी,केदार शुक्ला,रुस्तम सिंह,पूर्व सांसद बोध सिंह भगत,अवधेश नायक,राव यादवेन्द्र सिंह यादव,बैजनाथ यादव सहित कई ऐसे नेता हैं जो पार्टी में बड़े पदों पर रह चुके हैं और उन्होने चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ बगावती तेवर अपनाया था लिहाजा भाजपा अब ऐसे नेताओं को पार्टी में स्थान नहीं देगी| कई ऐसे नेता हैं तो भाजपा में आने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं जैसे दीपक जोशी लेकिन उन्हे पार्टी नहीं ले ही है ऐसी स्थिति में उन्होने मिसकॉल के माध्यम से पार्टी की सदस्यता ले ली है और अब सक्रिय सदस्यता के अधिकारी हो चुके हैं लिहाजा ऐसे लोगों को पार्टी की सक्रिय सदस्यता न देने के लिए भाजपा नेतृत्व ने मंडल और जिला अध्यक्षों को सूचित कर दिया है कि इन्हे सक्रिय सदस्य नहीं बनाना है|
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