काम करने वाले ही संगठन में रहेंगे वर्ना उनकी छुट्टी होना तय,हर महीने पदाधिकारियों के काम का कांग्रेस लेगी लेखा-जोखा
मप्र कांग्रेस कमेटी ने जंबो कार्यकारिणी घोषित करने के बाद अब उसमें छन्ना लगाने की रणनीति तैयार कर ली है| जिसके तहत पार्टी के हर पदाधिकारी के काम का मूल्यांकन किया जाएगा| हर पदाधिकारी को हर महीने यह बताना होगा कि उसने महीने भर में पार्टी हित में क्या-क्या गतिविधियां संचालित की हैं| इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने जिला और ब्लाक इकाइयों से भी फीडबैक लेने की योजना तैयार की है| गौरतलब है कि कांग्रेस कमेटी की तरफ से पहले कहा गया था कि छोटी कार्यकारिणी घोषित की जाएगी लेकिन प्रदेश अध्यक्ष ने दबाव के बीच जंबो कार्यकारिणी घोषित कर पार्टी में संतुलन स्थापित करने का प्रयास किया| लेकिन प्रदेश अध्यक्ष ने अब साफ कर दिया है कि सिर्फ पद लेकर कुछ नहीं होने वाला है अगर आप पार्टी में पद ले रहे हैं तो उसके लिए आपको मेहनत करनी होगी और संगठन को मजबूत करने में अपनी पूरी ताकत झंकनी होगी| दरअसल कांग्रेस कमेटी भाजपा की तर्ज पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से काम लेना चाहती है| भाजपा में नमो एप के माध्यम से पार्टी के हर पदाधिकारी अपनी महीने भर की गतिविधियों को डाल कर प्रदेश नेतृत्व को बताते रहते हैं कि उन्होने महीने भर में क्या-क्या गतिविधियां संचालित की और उसी के आधार पर पार्टी उन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए भविष्य के कामों का निर्धारण करती है| दरअसल विजयपुर उप चुनाव जीत के बाद जिस प्रकार से कांग्रेस कमेटी को संजीवनी मिली है तो उसके बाद से मप्र कांग्रेस कमेटी को यह बात समझ आ गई है कि अगर भाजपा को टक्कर देनी है तो उसी के रास्ते पर चलना होगा| लिहाजा अब कांग्रेस कमेटी ने सिर्फ पद देकर पदाधिकारियों को खुश रखने की रणनीति से बाहर आते हुए अब सभी पदाधिकारियों के कामों का मूल्यांकन कराने की योजना तैयार की है जिससे मिशन 2028 की तैयारियों को अभी से मजबूत किया जा सके| प्रदेश नेतृत्व के इस फैसले के बाद पार्टी के कई पदाधिकारियों कि भौंहे भी तन गई हैं और वो दवी जुवान प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई तरह की बातें करने लगे हैं|
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