भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों की दो टूक,संगठन चुनाव में पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट ही सर्वेसर्वा
मप्र भारतीय जनता पार्टी में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया लगातार जारी है। चुनाव को लोकतात्रिंक और निष्पक्ष बनाने के लिए पार्टी की तरफ से पूरा प्रयास किया जा रहा है। चुनाव के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों की बैठक में जिस तरह से वरिष्ठ पदाधिकारियों ने निर्देश दिया है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार के चुनाव में सांसद,विधायक अथवा मंत्रियों की एक नहीं चलने वाली है। इस बार के मंडल अध्यक्षों के चुनाव में उन्ही कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाएगा जो लगातार पार्टी के लिए मेहनत कर रही है। इस प्रक्रिया को और मजबूत बनाने के लिए बीजेपी प्रदेश कार्यालय में एक बैठक बुलाई गई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा,प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और सरोज पांडे सहित पर्यवेक्षक शामिल हुए। बैठक के दौरान वरिष्ठ पदाधिकारियों ने दो टूक शब्दों में कहा कि संगठन चुनाव में पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट ही सर्वेसर्वा होगी। बिना किसी प्रभाव और दवाव के नाम निकालें साफ और स्वच्छ छवि वाले नाम ही खोजें। नाम चयन में किसी की सिफारिश नहीं मानें। यह निर्देश मंडल अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष चुनाव के नियुक्त पर्यवेक्षकों को दिए गए हैं। गौरतलब है कि चुनाव के लिए करीब 16 पर्यवेक्षक बनाए गए हैं और एक पर्यवेक्षक को तीन जिलों का प्रभार दिया गया है। प्रदेश भर के सभी भाजपा मंडलों में 15 दिसंबर तक चुनाव होना है। 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक जिलाध्यक्षों का चुनाव होगा।
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