संविदा कर्मियों के सब्र का इम्तिहान ले रही प्रदेश की मोहन सरकार,खुद को ठगा सा महसूस कर रहे प्रदेश के संविदा कर्मी,बड़े आंदोलन की हो रही तैयारी
प्रदेश के अलग-अलग विभागों में काम कर रहे संविदा कर्मियों के सब्र का इम्तिहान प्रदेश की मोहन सरकार लेती नजर आ रही है| जबकि इस वक्त संविदा कर्मियों के भरोसे ही सभी शासकीय विभागों का काम संचालित हो रहा है उसके बाद भी उनके साथ राज्य सरकार सौतेला ब्योहार कर रही है| गौरतलब है कि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने साल 2023 में संविदा महा पंचायत में संविदा कर्मियों को नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर ही वेतन और सभी प्रकार की शासकीय सुविधाएं देने का ऐलान किया था| शिवराज सिंह चौहान की बात पर विश्वास करके संविदा कर्मियों ने भाजपा के पक्ष में वोट किया और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी लेकिन मुख्यमंत्री बदलने के बाद नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पूर्व की सरकार द्वारा किए वादे को भूल गए| संविदा कर्मी आज भी शिवराज सरकार द्वारा किए वादे के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं| जिस प्रकार से संविदा कर्मियों को सभी प्रकार की सुविधाएं देने का वादा किया गया था वो अभी तक खोंखला साबित हुआ है| अब संविदा कर्मियों का कहना है कि बड़े-बड़े वादे करके उनको ठगने का काम किया गया है| भाजपा ने उनसे वोट ले लिया और अपना वादा नहीं निभाया| आज भी संविदा कर्मियों को अपनी नौकरी का डर सताता रहता है कि कल रहेगी या नहीं रहेगी| जबकि तत्कालीन सरकार ने वादा किया था कि अपराधी पाए जाने पर ही संविदा कर्मी पर कोई कार्रवाई की जाएगी लेकिन अधिकारी आए दिन संविदा कर्मियों को किसी न किसी बात पर डराते और धमकाते रहते हैं और वो नौकरी जाने के डर से डर के साए में काम करने के लिए मजबूर रहते हैं|
What's Your Reaction?