दिल्ली से आए प्रतिनिधि मंडल ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से किया किनारा,कमलनाथ को भी ठहराया जा रहा हार का दोषी
मप्र कांग्रेस कमेटी में इन दिनों समीक्षा का दौर जारी है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से तीन सदस्यीय दल भोपाल भी भेजा गया गया। जो पीसीसी कार्यालय में लोकसभा उम्मीदवारों से वन टू वन चर्चा कर रहे हैं। इस चर्चा की खास बात यह है कि दिल्ली से आए तीन सदस्यों के अलावा प्रदेश अध्यक्ष को भी वन टू वन चर्चा में शामिल नहीं किया गया है। Mukhbirmp.com को मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में उम्मीदवारों से ये सवाल भी किया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश अध्यक्ष से आपको कैसी मदद मिली,इसके अलावा इस बात की भी जानकारी ली जा रही है कि मतदान से पहले इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी क्यों छोड़ी है। दिल्ली में हुआ 'अक्षय बम कांड' पर भी कुछ कार्यकर्ताओं से जानकारी ली जा रही है। बैठक में न सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष की कमियों पर चर्चा हुई है बल्कि जिला इकाइयों ने किस प्रकार से काम किया है उनके बारे में भी पूछा जा रहा है। बंद कमरे में चल रहे वन टू वन में प्रत्याशियों ने बताया कि चुनाव के दौरान जिस प्रकार से कमलनात के भाजपा में शामिल होने की खबरें चली उससे कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि दिल्ली से आया यह दल भोपाल में तीन दिनों तक रुकेगा पहले प्रत्याशियों से वन टू वन कर जानकारी लेगा उसके बाद जीतू पटवारी का विरोध करने वाले नेताओं से भी यह दल मुलाकात करेगा। सभी प्रकार की जानकारियां लेने के बाद यह प्रतिनिधि मंडल दिल्ली में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा और फिर उसके हिसाब से ही आगे कार्यकारिणी तैयार की जाएगी।
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