‘जय बापू जय भीम जय संविधान’ का काउंटर होगी फिल्म ‘इमरजेंसी’ युवाओं को बताएगी 1975 के आपातकाल की कहानी

अब तक आपातकाल की कहानी बुजुर्गों की जुवान से सुनने अथवा किताबों में पढ़ने को मिला करती थी लेकिन अब उस आपातकाल को लोग सिनेमाघरों में देखकर उसकी हकीकत को समझ पाएंगे| आज के युवा उस दर्द को भी महसूस कर पाएंगे कि आपातकाल में किस प्रकार से लोकतंत्र का गला घोटा गया था| जो कांग्रेस पार्टी आज संविधान के खतरे की बात करती है उसी कांग्रेस पार्टी की मुखिया इंदिरा गांधी ने किस प्रकार से लोकतंत्र का गला घोट कर अपनी कुर्सी को बचाया था उसको फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने रुपहले पर्दे पर उतारा है|इस बात में केई सक नहीं कि आज का युवा सबसे ज्यादा फिल्म देखने जाता है| लोकसभा में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अंबेडकर पर दिए बयान के बाद कांग्रेस पार्टी ने उसे हथियार बनाने का प्रयास किया और डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्म स्थली महू से 27 जनवरी को कांग्रेस ‘जय बापू जय भीम जय संविधान’ नामक यात्रा निकालने जा रही है और बीजेपी को संविधान विरोधी बताने जा रही है| उससे पहले भाजपा नेत्री और अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होकर कांग्रेस के संविधान के प्रति प्रेम को जनता के सामने लाने का प्रयास करेगी| इस बात में कोई सक नहीं कि कंगना एक अच्छी अदाकारा हैं और जब वो किसी पात्र को पर्दे पर जीती हैं तो वो जीवंत हो उठता है और जिस प्रकार से कांग्रेस महू से यात्रा निकालने जा रही उसकी बड़ी काट साबित होगी फिल्म ‘इमर्जेंसी’
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