एमपी में 'सवर्ण वर्ग' से ही होगा अगला भाजपा अध्यक्ष,अनुसूचित जाति से भी चर्चा

मध्य प्रदेश भाजपा का अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा आज हर ब्यक्ति की जुवान पर यही सवाल है। राजनीतिक पंडित एक-एक नेता की कुंडली खंगालते नजर आ रहे हैं। लगातार नए-नए दावेदार भी सामने आ रहे हैं। हालाकि भाजपा में कोई खुल कर अपनी मंशा जाहिर नहीं करता लेकिन अध्यक्ष पद को लेकर सभी नेताओं के मन में लड्डू फूट रहे हैं। खुद को दावेदार मानने वाले नेता भोपाल में नेताओं के घर जाकर जहमति बनाने में लगे हैं तो कुछ नेता दिल्ली दरवार में लगातार हाजिरी लगा कर अपनी गोटियां बिछाने में में लगे हैं। लेकिन इस बीच ये खबर आम हो रही है कि मध्य प्रदेश भाजपा का अगला अध्यक्ष फिर सवर्ण वर्ग से ही होगा। हांलाकि गणित के अनुसार अध्यक्ष पल पर अनुसूचित जाति के नेता को भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है लेकिन उसकी उम्मीद कम ही है। Mukhbirmp.com को मिली जानकारी के अनुसार केन्द्रीय नेतृत्व सवर्ण वर्ग से ही प्रदेश अध्यक्ष देने की तैयारी कर रहा है। सवर्ग वर्ग से होने वाले अध्यक्षों में एक बड़ी लाइन है जिसमें आलोक शर्मा,रामेश्वर शर्मा,विनोद गोटिया,कांतदेव सिंह सहित कई और नेता भी हैं जो दिल्ली तक अपनी जुगाड़ बनाने में लगे हैं। अनुसूचित जाति से लालसिंह आर्य और हरिशंकर खटीक तो जनजाति से फग्गन सिंह कुलस्ते और सुमेर सिंह सोलंकी को प्रदेश अध्यक्ष का दावेदार माना जा रहा है। भाजपा में इस बार जिस प्रकार से संगठन चुनाव में मशक्कत हुई है उससे यह स्पष्ट है कि एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव आसान नहीं होगा। इस वक्त एमपी बीजेपी में लगातार गुटवाजी,बेवजह बयानवाजी और नेताओं में आपसी समन्वय न होना केन्द्रीय नेतृत्व के लिए समस्या पैदा कर रहा है। केन्द्रीय नेतृत्व एक ऐसे अध्यक्ष की खोज कर रहा है जो पनप रही गुटबाजी को खत्म कर सके और भाजपा के कैडर को सही लाइन पर ला सके। इसके लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने सवर्ण वर्ग से दो नेताओं को चिन्हित भी कर लिया है। बस उनमें से किसी एक नाम पर अंतिम मुहर लगना बांकी है।
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