प्रदेश कर्जे में गले तक डूबा है और जेट प्लेन खरीदने की बनाई जा रही योजना| प्रदेश में प्रति ब्यक्ति छह हजार रुपये है कर्जा
मध्यप्रदेश सरकार के लिए लंबे समय से जेट प्लेन खरीदने की बात हो रही है लेकिन किसी कारण वस जेट प्लेन की खरीदी अभी तक नहीं हो पाई है| तत्कालीन शिवराज सरकार के समय भी जेट प्लेन खरीदने पर जोर दिया गया था लेकिन उस वक्त भी किसी कारण वस खरीदी नहीं हो पाई| अब एक बार फिर जेट प्लेन खरीदने पर जोर दिया जा रहा है| गौरतलब है कि अभी तक 12 विमान कंपनियों के साथ अनुबंध किया गया है जिसके तहत समय-समय पर शहर के अनुरुप इन विमानों को किराए पर लिया जाता है जिसे मुख्यमंत्री उपयोग करते हैं| लंबे समय से चल रही इस व्यवस्था से एक बड़ी धनराशि किराए के रुप में खर्च हो रही है| ऐसे में मुख्यमत्री मोहन यादव के निर्देश पर राज्य सरकार ने एक नया जेट प्लेन खरीदने की योजना तैयार की है| पिछले वर्ष 150 करोड़ रुपये और इस वर्ष में 75 करोड़ का प्राविधान किया गया है| बजट की उपलब्धता होने के बाद विमानन विभाग ने जेट प्लेन के टेंडर बुलाई हैं|
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