भाजपा जिला अध्यक्षों पर फंसा पेंच,अब भोपाल में होगी रायशुमारी फिर दिल्ली से होगी घोषणा
मध्य प्रदेश भाजपा के जिला अध्यक्षों के चुनाव में अब तक पेंच फंसा हुआ है। जबकि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दावा किया था कि 31 दिसंबर तक जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी लेकिन भाजपा में जिला अध्यक्षों को लिकर विवाद इतना गहरा हो गया है कि मामला दिल्ली दरवार तक पहुंच गया। दिल्ली में दो दिनों तक चली बैठक में फैसला लिया गया कि पहले प्रदेश नेतृत्व खुद रायशुमारी करें उसके बाद अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय नेतृत्व को दें तब सूची जारी कर दी जाएगी। गौरतलब है कि जिलों में बनाए गए चुनाव प्रभारियों ने अध्यक्ष चुनाव के लिए पहले ही रायशुमारी कर अपनी रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंप दी थी जिसमे ये सामने आया था कि करीब 11 जिलों में अध्यक्ष पद को लेकर ज्यादा खींचतान है। कुछ और जिले भी हैं जहां पार्टी को दिक्कतें हो रही हैं। ऐहा पहली बार देखने में आया है जब एमपी बीजेपी इतने दबाव में आई है। दरअसल सिंधिया खेमा और गोविंद सिंह राजपूत और भूपेन्द्र सिंह के बीच चल रही वर्चश्व की लड़ाई ने बीजेपी को बैकफुट पर ला दिया है। मध्य प्रदेश का संगठन इसी लिए सूची जारी करने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है यही कारण है कि दिल्ली दरवार में मामले को सुलझाने के लिए गुहार लगाई गई थी। लेकिन अब दिल्ली की तरफ से भी कहा गया है कि पहले भोपाल प्रदेश कार्यालय में रायशुमारी कर तीन नामों का पैनल फाइनल करें उसके बाद दिल्ली से सही नामों का फैसला लिया जाएगा। उम्मीद है कि अब पांच जनवरी तक जिला अध्यक्षों की सूची जारी होगी। फिलहाल प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में दो जनवरी से जिला अध्यक्षों के नाम का पैनल तैयार किया जाएगा।
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