राज्यसभा की एक सीट के लिए भाजपा में दावेदारों की कतार,कई दावेदार आए सामने,दिल्ली से होगा फैसला

राज्यसभा के लिए मध्यप्रदेश कोटे से महज एक सीट खाली है जिसमें तीन सितंबर को उप चुनाव होना है| यह सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई है| सीट भाजपा के कोटे की थी लिहाजा इस बार भी राज्यसभा में भाजपा का ही कोई नेता जाएगा| लेकिन सवाल इस बात का उठता है कि वो कौन सा नेता होगा जिसे राज्यसभा में जाने का मौका मिलेगा| महज एक सीट को लेकर प्रदेश के कई नेता मन ही मन अपने को दावेदार मान रहे हैं हालाकि अंतिम निर्णय केन्द्रीय नेतृत्व को करना है| दावेदारों में अगर बात करें तो विधानसभा चुनाव में हार के बाद कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं| सबसे पहले लाल सिंह आर्य दावेदार बताए जा रहे हैं,तो वहीं पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया को भी इस सीट के लिए दावेदार के तौर पर गिना जा रहा है,वहीं वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी राज्यसभा जाने के दावेदार हैं| पूर्व कृषि मंत्री कमल पटेल भी इस सीट को लेकर अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं| विधानसभा चुनाव में जो नेता हारे हैं वो चाहते हैं कि पार्टी उनका पुनर्वास करे जिससे उनकी राजनीतिक पकड़ विधानसभा चुनाव तक बनी रहे| माना यह भी जा रहा है कि भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व इन सभी चेहरों को छोड़ किसी नए चेहरे को मौका देकर एक बार फिर चौंका सकता है क्योंकि मध्यप्रदेश भाजपा की प्रयोगशाला माना जाता है| पिछले राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा ने ऐसे ही नेताओं को टिकट देकर चौंकाया था इस लिए माना जा रहा है कि किसी छुपे रुस्तम की किस्मत खुल सकती है और बड़े नेता जो खुद को दावेदार माने बैठे हैं उनका पत्ता कट सकता है| उपचुनाव की अधिसूचना 14 अगस्त को, जबकि नामांकन 21 अगस्त तक होगा| 22 को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 27 अगस्त तक नाम वापस लिए जा सकेंगे| जरुरी हुआ तो तीन सितंबर को वोटिंग और उसी दिन मतगणना होगी| उप चुनाव छह सितंबर से पहले होना जरुरी है|
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