स्वच्छता की राह देखता भोपाल पुलिस हेड क्वार्टर का सौंचालय
देश भर में स्वच्छता अभियान (swachhta abhiyan) चलाए जा रहे हैं। सभी जगहों पर सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है। भाजपा के नेता खुद अपने हाथों से सफाई करते नजर आ रहे हैं। लेकिन जिस पुलिस के भरोसे ( bhopal police headquarters) लोग घर में चैन की नींद सोते हैं उसी पुलिस थानों में सफाई की बात की जाए तो सारे स्वच्छता अभियान पर पलीता लगता नजर आता है। और इस वक्त तो प्रदेश का गृह विभाग भी मुख्यमंत्री के हाथ में ही है। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि सौंचालय किस प्रकार का गंदा है। यह सौंचालय भोपाल के पुलिस हेड क्वार्टर का है और इसमें इतनी गंदगी है कि यहां जाने से भी डर लगता है। आप कल्पना कर सकते हैं कि पुलिस के सिपाही किस प्रकार से इस सौंचालय का इस्तेमाल करते होंगे। तस्वीर में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की भी सफाई करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। जो 18 साल तक मप्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। लगातार स्वच्छता की बात की लेकिन पुलिस थानों के सौंचालयों को सभी साफ सुथरा रखने का प्रयास नहीं किया। कहा गया था कि थानों में पदस्थ महिला पुलिस के लिए अलग से सौंचालय बनाए जाएंगे लेकिन वो भी सिर्फ भाषणों तक ही सीमित रहा। पुलिस हेड क्वार्टर की बात हो अथवा अन्य किसी थाने की सभी जगह गंदगी का अंबार ऐसे देखने को मिलता है जैसे थाने इंसान की सामान्य दिनचर्या में आते ही नहीं हैं। इन थानों में ही जनता के रक्षक बैठते हैं और जनता की सुरक्षा की योजनाएं तैयार करते हैं। कुछ पुलिस कर्मियों से सौंचालय के बारे में बात करने का प्रयास किया गया तो दवी जुवां बस इतना ही कहते हैं कि जो है सामने है इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि पुलिस की स्थिति क्या है। पुलिस से लोगों को उम्मीदें तो बहुत हैं लेकिन पुलिस की सुविधाओं के बारे में कोई कुछ सोचता नहीं है। पुलिस वालों का यही मानना है कि उनकी नौकरी बीतने की कगार पर है और वो जीवन भर यही सोचते रहे कि कभी तो अच्छे दिन आएंगे लेकिन यही सोचते-सोचते उनकी नौकरी और उम्र बीत गई लेकिन न तो थानों के अच्छे दिन आए और न ही उनके जीवन के अच्छे दिन आए।
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