वीडी शर्मा की संगठन क्षमता का मुरीद हुआ बीजेपी का केन्द्रीय नेतृत्व,जल्द बड़ी भूमिका में होंगे एमपी बीजेपी के 'शुभंकर'

एक मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की थी| जब वो राजनीति का ककहरा सीख रहे थे तब किसी ने यह अंदाजा नहीं लगाया होगा कि इस युवा चेहरे में कुशल संगठक के गुण हैं| उस गुण को भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने पहचाना और जब बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं का नाम प्रदेश अध्यक्ष के संभावित दावेदारों में आ रहा था उन सभी दावेदारों को पीछे छोड़ वीडी शर्मा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने| वीडी शर्मा के अध्यक्ष बनने के बाद बीजेपी के ही नेता कहने लगे कि ज्यादा सक्सेज नहीं होंगे लेकिन सभी की बातों की परवाह किए बगैर वीडी शर्मा ने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया| पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए अलग-अलग तरह के अभियान चलाए,इतना ही नहीं पार्टी आर्थिक रुप से मजबूत रहे उसके लिए अलग से अभियान चलाया| नए कार्यालय की नींव रखी,आरटीओ कार्यालय को अस्थाई रुप से पार्टी का कार्यालय बनाया तब भी लोगों ने कहा इसका वास्तु ठीक नहीं है लेकिन वीडी शर्मा ने खुद पर और पार्टी के कार्यकर्ताओं पर विश्वास रखा और लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर इतिहास दर्ज कर दिया| इतनी बड़ी जीत के बाद लोग मान रहे थे कि उन्हे केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी लेकिन नहीं मिली| असल बात यह है कि केन्द्रीय नेतृत्व को उनकी आवश्यकता केन्द्रीय संगठन में है जिसके कारण उन्हे मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया| केन्द्रीय नेतृत्व वीडी शर्मा को केन्द्रीय संगठन के बड़े पद पर बैठाने की योजना तैयार कर चुका है| जिस प्रकार से उन्होने चुनाव प्रबंधन में अपनी दक्षता केन्द्रीय नेतृत्व के सामने पेस की है उसके बाद केन्द्रीय नेतृत्व उनका मुरीद हो गया है और यही कारण है कि अब केन्द्रीय संगठन वीडी शर्मा के लिए कभी भी बड़ी घोषणा कर सकता है| खबर ये भी आ रही है कि उन्हे किसी चुनावी राज्य का प्रभारी भी बनाया जा सकता है|
What's Your Reaction?






