राम मंदिर की प्रतिमा पर दिग्विजय सिंह ने उठाया सवाल,कहा नई मूर्ति की क्या आवश्यकता पड़ गई
22 जनवरी को भगवान राम गर्भगृह में विराजने जा रहा हैं लेकिन उससे पहले सियासत का बाजार गर्म हो गया है (ayodhya ram mandir)। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (digvijaya singh) ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस मूर्ति के लिए इतना संघर्ष हुआ वो मूर्ति कहां है और नई प्रतिमा की आवश्यक्ता क्यों पड़ गई। गौरतलब है कि 22 जनवरी को आयोध्या स्थित राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है जिसके लिए देश भर में पीले चावल वितरित कर दर्शनार्थियों को आमंत्रित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश भर से वीआईपी और वीवीआईपी को भी आमंत्रित किया गया है। पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है। दरअसल कांग्रेस इस बात पर विवाद खड़ा कर रही है कि पीले चावल भाजपा के कार्यकर्ता क्यों वितरित कर रहे हैं। वहीं भाजपा का मानना है कि वो रामकाज कर रहे हैं कांग्रेस के लोगों को क्या किसी ने रोक रखा है। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी रामकाज में जुटना चाहिए लेकिन वो ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वो गांधी खानदान की भक्ति करते हैं लिहाजा कांग्रेस के लोग वही करेंगे जो गांधी खानदान कहेगा। फिलहाल भगवान राम के नाम पर प्रदेश भर में सियासत का माहौल गर्म है। और दिग्विजय सिंह अपने चिरपरिचित अंदाज में भगवान राम की मूर्ति का विरोध करते नजर आ रहे हैं।
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