लोकसभा चुनाव में एमपी का वोटिंग प्रतिशत गिरने से सात मंत्रियों का जाना तय,चार जून के बाद हो सकता है मंत्रिमंडल में बदलाव

तमाम कोशिशों के बावजूद भी एमपी में उम्मीदों के मुताबिक वोटिंग नहीं हुई| और अब यही वजह प्रदेश सरकार में काम कर रहे सात मंत्रियों के लिए खतरे की घंटी बनता दिख रहा है| हालिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब सात ऐसे मंत्री हैं जिन्हे चार जून के बाद हटाया जा सकता है| क्योंकि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही बैठक में यह बात क्लियर कर दी थी कि जिन मंत्रियों के क्षेत्र में वोटिंग प्रतिशत गिरेगा वो मंत्री अपना पद छोड़ने के लिए तैयार रहें| अमित शाह ने यह भी कहा था कि जिन विधायकों के क्षेत्र में अच्छा वोटिंग प्रतिशत रहेगा उन विधायकों को मंत्री पद का दर्जा देकर उन्हे सम्मानित किया जाएगा| मंत्री विधायक के इस खेल में सात मंत्री काफी पीछे छूट गए हैं जिसके कारण उनके पद पर संकट मंडराने लगा है| मोहन सरकार में बनाए गए नए-नए मंत्रियों ने अभी तक पद का स्वाद भी नहीं चखा था और उन पर नई मुसीबत मंडराने लगी जिसके कारण वो चिंता में हैं| Mukhbirmp.com को मिली जानकारी के अनुसार सातों मंत्रियों का मंत्री बनने के बाद से पूरा डाटा जुटाया जा रहा है| मंत्री बनने के बाद उन्होने अपने क्षेत्रों में किस प्रकार से काम किया है| क्षेत्र में उनका ब्यौहार कैसा रहा है इस तरह की जानकारी जुटाई जा रही है| जिला अध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों के माध्यम से संगठन ने सभी मंत्रियों की जानकारी मांगी है| चार जून तक सातों मंत्रियों की पूरी जानकारी जुटा कर केन्द्र सरकार को सौंपी जाएगी| प्रदेश संगठन का यह मानना है कि जिस मंत्री को भी बाहर किया जाएगा उसके पीछे ठोस वजह होनी चाहिए| सिर्फ हवा हवाई बातों में आकर किसी भी मंत्री का भविष्य खराब नहीं होना चाहिए लिहाजा जो मंत्री भाजपा के रडार में हैं उनको मंत्रिमंडल से बाहर करने के लिए पर्याप्त कारण होने जरुरी हैं तभी उन्हे मंत्रिमंडल से बाहर किया जाएगा| इस पूरे काम में राज्य से लेकर जिला संगठन पूरी क्षमता के साथ जुट चुका है| Mukhbirmp.com पास सभी सातों मंत्रियों की सूची पहुंच चुकी है जिसे अगले कुछ दिनों में सार्वजनिक किया जाएगा|
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