झोपड़ी में रहने वाला बना विधायक,बाइक से पहुंचा विधानसभा,मंत्री बनने की जताई इच्छा
आज के दौर में भी सही नीयत और अथक परिश्रम की लगन हो तो आप मंजिल हासिल कर सकते हैं। बस आपको सही दिशा में काम करने की जरूरत होती है। इस जज्बे को हकीकत में बदलकर दिखाया है रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर जीत हासिल करके कमलेश्वर डोडियार (kamleshwar dodiyar) ने। जिस समय भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी जीत की खुशी में बड़े-बड़े दावे कर रही हैं, ऐसे में कमलेश्वर दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को आईना दिखा रहे हैं। आज चुनाव रुपया-पैसा, पीआर एजेंसी, महंगी गाड़ियां और दबदबे के बल पर लड़ा जाता है, लेकिन कमलेश्वर डोडियार ने इन सबके आभाव में भी चुनाव जीत लिया है। कमलेश्वर के पास ना तो आलीशान घर, महंगी गाड़ी और ना ही पैसे हैं, उनके पास है तो बस जनता का प्यार। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमलेश्वर डोडियार ने 12 लाख रुपये कर्ज लेकर चुनाव लड़ा। वह झोपड़ी में रहते हैं। सोशल मीडिया पर कमलेश्वर का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें वो एक हीरो स्प्लेंडर बाइक पर सवार होकर भोपाल विधानसभा में कागज जमा करने जा रहे हैं। उनकी बाइक पर 'MLA' लिखआ हुआ है। जिस जमाने में एक मामूली नेता भी स्कार्पियो और फॉर्च्यूनर कार लेकर चलते हैं उस जमाने में डोडियार बाइक से सवारी कर रहे हैं। कमलेश्वर डोडियार की जीत खास है क्योंकि वह पूरे प्रदेश में एक मात्र गैर भाजपा-कांग्रेस विधायक हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आदिवासी नेता कमलेश्वर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।आदिवासी बहुल सैलाना विधानसभा सीट पर जयस (जय आदिवासी युवा संगठन) से जुड़े कमलेश्वर डोडियार ने भारत आदिवासी पार्टी के बैनर तले चुनाव जीता है। उनकी जीत ने सभी को चौंका दिया है। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को हराकर चुनाव जीता है, वहीं भाजपा का प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहा (madhya pradesb elections)। चुनाव जीतने के बाद कमलेश्वर डोडियार ने कहा, "यह मतदाताओं की जीत है। मतदाताओं ने भरपूर साथ देकर सैलाना विधानसभा में इतिहास रचा है। जन अपेक्षाओं पर खरा उतर कर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाऊंगा। क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखूंगा।"

What's Your Reaction?






