मोहन मंत्रिमंडल में करीब छह मंत्रियों की छुट्टी होना तय,विस्तारकों ने दी रिपोर्ट,नए मंत्रियों ने चुनाव में नहीं ली दिलचश्पी अब गिरेगी गाज

पहले दो चरणों में हुई वोटिंग में जिस प्रकार से वोटिंग प्रतिशत गिरा उससे भारतीय जनता पार्टी के संगठन ने सबक लेते हुए आखिरी के दो चरणों में काफी मशक्कत की और नतीजे के तौर पर वोटिंग प्रतिशत में उछाल आया| लेकिन जिस प्रकार से भाजपा की खूबी है कि वो अपने कमजोर पहलुओं पर हमेशा काम करती है ठीक उसी प्रकार से भाजपा ने मतगणना के पहले ही मंथन शुरु कर दिया है| शनिवार को जब प्रदेश की हर विधानसभा में गए 230 विस्तारकों की राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश,प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बैठक ली तो विस्तारकों ने चौकाने वाली बातें बताई| विस्तारकों ने जिस प्रकार से चुनाव का लेखा जोखा दिया है उसके मुताबिक पांच से छह मंत्रियों की छुट्टी होना तय बताया जा रहा है| Mukhbirmp.com को एक विस्तारक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चुनाव में कुछ मंत्रियों का जो रवैया था वो बेहद ही निराशाजनक था| चुनाव को लेकर नए मंत्रियों में कोई खास उत्साह नहीं था पार्टी के पदाधिकारियों को दिखाने के लिए कभी क्षेत्रों में आ जाया करते थे| भाजपा जिस प्रकार से संगठित होकर चुनाव लड़ने के लिए जानी जाती है वो संगठन की शक्ति इस बार के चुनाव में कम देखने को मिली क्योंकि मंत्रियों ने इतनी गंभीरता नहीं दिखाई और वही कारण वोटिंग प्रतिशत गिरने का रहा| हांलाकि विस्तारकों की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि मोदी की गारंटी के बल पर और प्रदेश संगठन की बनाई रणनीति के आधार पर भाजपा प्रदेश की करीब 28 लोकसभा सीटें जीत जाएगी| लेकिन जिस प्रकार से पार्टी को अपने मंत्रियों से प्रदर्शन की उम्मीद थी उस पर कई मंत्री खरे नहीं उतरे हैं| माना जा रहा है कि चुनाव परिणाम आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ऐसे मंत्रियों को सरकार से बाहर करने पर फैसला लेगी और मंत्रिमंडल का एकबार फिर विस्तार होगा| विस्तारक भाजपा के सबसे विश्वसनीय कार्यकर्ताओं में से एक होते हैं जो अपना गर परिवार छोड़ कर करीब तीन महीने से अलग-अलग विधानसभा में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे| विस्तारकों को कई मंत्रियों ने साधने का भी प्रयास किया कई तरह के प्रलोभन भी दिए लेकिन भाजपा के विस्तारक पार्टी के प्रति इतने निष्ठावान होते हैं कि वो किसी प्रकार के प्रलोभन में नहीं आते और वो पार्टी हाई कमान को वही रिपोर्ट देते हैं जो सही है|
What's Your Reaction?






