‘याद रखें कफन में जेब नहीं होती’ भाजपा विधायक चिंतामणि मालवीय को मिला कारण बताओ नेटिस

प्रदेश सरकार की तरफ से अगर गलत हो रहा है तो उसे गलत कहने पर सजा के लिए तैयार रहना होगा। ऐसा एक ताजा उदाहरण भी सामने आया है जहां रतलाम की आलोट सीट से भाजपा के विधायक चिंतामणि मालवीय ने 18 मार्च को विधानसभा में उज्जैन में सिंहस्थ के लिए निजी जमीन अधिग्रहण और सरकारी जमीन के बंटवारे का उद्दा उठाया था। उन्होने कहा था कि किसानों को आशंका है कि यह कॉलोनाइजर्स और भू-माफिया के षड्यंत्र हो सकते हैं। कोई ब्यक्ति दस या बीस हजार करोड़ कमा सकता है,लेकिन याद रखें कि कफन में जेब नहीं होती। जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने पर भाजपा विधायक मालवीय को प्रदेश नेतृत्व की तरफ से नोटिस जारी कर सात दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। नोटिस में ये भी कहा गया है कि अगर जवाब नहीं दिया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। इस नोटिस की प्रति पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों को भेजी गई है। गौरतलब है कि विधानसभा शुरु होते ही भाजपा विधायक दल की बैठक आयोजित कर सभी विधायकों से साफ शब्दों में कहा गया था कि विधनसभा सरकार की छवि खराब करने वाले सवाल भाजपा के विधायक न पूछें उन्हे सवाल पूछना ही है तो ऐसे सवाल पूछें जिसमें सरकार की योजनाएं और सफलता दिखाई पड़े। पार्टी नेतृत्व के इतना कहने के बाद भी भाजपा के कई विधायकों ने सरकार के खिलाफ सवाल लगाए और सदन के अंदर सवाल पूछा भी जिसके चलते सरकार की काफी किरकिरी हुई है लिहाजा अन्य विधायकों को उदाहरण पेश करने के लिए पार्टी नेतृत्व ने चिंतावणि मालवीय को नोटिस भेज दिया है। भाजपा के विधायक पर कांग्रेस विधायकों से साठ गांठ करने का भी आरोप है यही कारण है कि उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रकार का नोटिस जारी किया है।
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